क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन ने जम्मू में बेवरेज कैन्स के निर्माण के लिए आवंटित जमीन वापस की.

क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन ने जम्मू में बेवरेज कैन्स के निर्माण के लिए आवंटित जमीन वापस की.
प्रसिद्ध श्रीलंकाई क्रिकेटर और स्पिन गेंदबाजी के महान खिलाड़ी मुथैया मुरलीधरन ने जम्मू-कश्मीर में आवंटित जमीन को वापस कर दिया है। यह जमीन बेवरेज कैन्स के निर्माण के लिए आवंटित की गई थी। मुरलीधरन ने यह निर्णय स्थानीय प्रशासन और पर्यावरण संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए लिया है।
जमीन आवंटन का पृष्ठभूमि
मुथैया मुरलीधरन की कंपनी, जो बेवरेज कैन्स के निर्माण में शामिल है, को जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा जमीन आवंटित की गई थी। इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर पैदा करना था। हालांकि, इस परियोजना को लेकर स्थानीय लोगों और पर्यावरणविदों की ओर से आपत्तियां उठाई गईं।
मुरलीधरन का निर्णय
मुरलीधरन ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने स्थानीय समुदाय और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, “हम स्थानीय लोगों की भावनाओं और पर्यावरणीय चिंताओं को समझते हैं। इसलिए, हमने यह जमीन वापस करने का निर्णय लिया है। हम चाहते हैं कि इस क्षेत्र का विकास स्थायी और समावेशी तरीके से हो।”
स्थानीय प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के स्थानीय निवासियों ने मुरलीधरन के इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे क्षेत्र के पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा होगी। स्थानीय नेता और पर्यावरणविद भी इस कदम की सराहना कर रहे हैं।
भविष्य की योजनाएं
मुरलीधरन ने कहा कि वह भविष्य में भी भारत में निवेश करने के इच्छुक हैं, लेकिन इस बार वह स्थानीय समुदाय और पर्यावरण के साथ बेहतर तालमेल बनाकर काम करेंगे। उनकी कंपनी अब अन्य राज्यों में भी अपने प्रोजेक्ट्स को लेकर चर्चा कर रही है।
निष्कर्ष
मुथैया मुरलीधरन का यह निर्णय न केवल उनकी सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि उद्योग और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाना कितना महत्वपूर्ण है। उनके इस कदम से जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों को राहत मिली है और यह एक उदाहरण है कि कैसे उद्योगपति स्थायी विकास को प्राथमिकता दे सकते हैं।